तुम करो संहार तो करते रहो,
हम सृजक हैं और रच लेंगे नया।
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Friday 6 April 2018
"मैं सागर सी" - समीक्षा
मेरे हाइकु-ताँका संग्रह "मैं सागर सी" की समीक्षा जो "दिल्ली से प्रकाशित पत्रिका "पुस्तक संस्कृति" में प्रकाशित हुई थी... समीक्षा श्री शिव डोयल जी द्वारा लिखी गई है।
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